हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

आज हम हिन्दू और जैन धर्म में अंतर में अंतर में मूलभूत अंतर जानेंगे? तो बने रहिये हमारे साथ अंत तक.....

antarjano.com

हिन्दू धर्म क्या है?

हिन्दू धर्म विश्व के सबसे पुराने धर्मों में से एक है, तथा इस धर्म को मानने वाले मुख्य रूप से भारत में रहते है। साथ ही हिन्दू धर्म के अनुयायियों कि संख्या 1.25 अरब है। हिन्दू धर्म विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है

antarjano.com

जैन धर्म क्या है?

जैन धर्म की स्थापना भी प्राचीन भारत में हुई थी तथा यह धर्म भी सबसे पुराने धर्मों में से एक है। तीर्थंकर जैन धर्म के सबसे अग्रणी और बचावकर्ता है।  जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हुए है जो जैन धर्म के सबसे अग्रणी अनुयायी है। तथा ऋषभनाथ को सबसे पहले तीर्थंकर के रूप में माना जाता है। 

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

1. हिन्दू धर्म का यह मानना है कि ब्रम्हांड की रचना ईश्वर द्वारा कि गई है तथा ब्रम्हांड की रचना से लेकर इसके अंत तक सब उन्हीं के हाथो मे है। जबकि जैन धर्म का मानना है कि ब्रम्हांड की रचना किसी के द्वारा नहीं हुई है और इसे कोई भी नष्ट नहीं कर सकता है।

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

2. हिन्दू धर्म अहिंसा में विश्वास रखता है लेकिन अगर कहीं पर बुराई हावी हो जाए तो उससे सत्य को जिताने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाना आवश्यक है। जैन धर्म बिल्कुल भी हिंसा में विश्वास नहीं रखता तथा दृढ़ता के साथ अहिंसा में विश्वास रखता है।

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

3. हिन्दू धर्म को अलग अलग जातियों में विभाजित किया गया है। जैन धर्म मे किसी भी प्रकार का कोई जातीय विभाजन नहीं है। 4. हिन्दू धर्म में वैद, उपनिषद और स्मृति को पवित्र माना गया है। जैन धर्म में आगम और सूत्र ग्रंथो को पवित्र माना गया है।

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

5. हिंदू धर्म का पालन करने वाले लोग भारत, नेपाल, भूटान, मॉरीशस, इंडोनेशिया में बाली, उत्तरी अमेरिका आदि देशों में फैले हुए है। जैन धर्म का पालन करने वाले लोग मुख्यत भारत में निवास करते है।

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

6. हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान की पूजा करने पर वह प्रसन्न होने है तथा उनकी श्रद्धा नहीं करने पर क्रोधित। जैन धर्म के अनुसार उनसे प्रेम करने या ना करने से उनके कोई फर्क नहीं पड़ता है।

antarjano.com

हिन्दू और जैन धर्म में अंतर

7. हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान वस्त्र पहनते है तथा शस्त्र भी रखते है। जैन धर्म के अनुसार ईश्वर सभी सामान्य वस्तुओं जैसे कपड़े, शस्त्र आदि का त्याग करते है। 8. हिन्दू धर्म के अनुसार हम भगवान के अंश है तथा अंत में हम उन्हीं में समाहित हो जाते है। जैन धर्म के अनुसार हम भगवान के समान है, और उनके जैसा बनने के लिए सुसज्जित है।

antarjano.com