6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi | लोन और मोर्टगेज में अंतर? | Loan aur Mortgage mein Antar

6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi, लोन और मोर्टगेज में अंतर?, Loan aur Mortgage mein Antar

6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi, लोन और मोर्टगेज में अंतर?, Loan aur Mortgage mein Antar – Banking World में अक्सर Loan और Mortgage इन दोनो ही Terms के मतलब को एक दूसरे के साथ Exchange कर दिया जाता है। एक आम आदमी के रूप में, ये दोनों ही एक है, और एक ही बात है।

आम तौर पर लोग इन दोनों को किसी तरह के उधार सौदे के समान मानते हैं, जैसा कि असल में बिल्कुल भी नही है, इसीलिए आज के इस लेख 6 Difference Between Loan And Mortgage In Hindi में मैं आप सभी को Loan और Mortgage में क्या अंतर होता है? के बारे में काफी आसान Words में बताने वाला हूं, जिसके बाद हम सभी ही Loan और Mortgage एक दुसरे से कैसे Different होते हैं इसके बारे में समझ सकते हैं। बस उसके लिए आपको मेरे साथ इस लेख के अंत तक बने रहना होगा।

तुलना सारणी (Comparison Chart)

लेकिन आइए सबसे पहले हम Loan और Mortgage के बीच के अंतर को एक Tabular Format के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं – 

तुलना का आधार

Loan

Mortgage

ब्याज की दर (Rate Of Interest)

Loan आम तौर पर High Interest Rate पर मिलते है।

Personal Loan की तुलना में Mortgage Loan पर आमतौर पर Less Interest Rate होती है।

सुरक्षा

Loan सुरक्षित (Safe) या असुरक्षित (Unsafe) दोनों हो सकते हैं।

Mortgage Loan हमेशा सुरक्षित (Safe) होते हैं क्योंकि इनको Support Collateral द्वारा किया जाता है।

Loan की अवधि (Loan Period)

Mortgage की तुलना मे Loan का Time Period कम होता है।

Secured या Unsecured Loan की तुलना में Mortgage का Time Period अधिक होती है।

कैसे काम करता है (How It Works)

एक Loan तब दिया जाता है जब कोई आपको आपके Temporary Use के लिए कुछ देता है, और जब आप इसका Use करना खत्म कर लेते हैं तो आप इसे वापस कर देते हैं।

एक Mortgage को इससे जुड़ी कुछ संपत्ति (Property) के रूप में संदर्भित (Referred) किया जा सकता है जिससे की वह Loan चुकाया जा सकता है।

Criteria

Mortgage की तुलना में Unsecured Loans के मामले में कम Formalities होती हैं।

Mortgage के मामले में, Unsecured और Secured Loans की तुलना में अधिक कड़े Criteria होते हैं।

दस्तावेज (Documents)

असुरक्षित (Unsecured) और सुरक्षित (Secured) Loans के अंदर संबंधित दस्तावेज (Documents) कम होते हैं।

Mortgage में Documents का होना जरूरी है और इसमें बहुत सारी Formalities और कागजी कार्रवाई शामिल होती है।

Loan किसे कहते हैं (What Is Loan In Hindi, Loan Kise Kehte Hai?)

Loan एक ऐसी Term को कहते हैं जिसमें की जब कोई व्यक्ति किसी Bank, अपने दोस्त या किसी Financial Institution से कोई राशि अपने किसी काम के लिए लेता है और Future में इस राशि और इस पर लगने वाले Interest को वापस कर देने की पूरी जिम्मेदारी लेता है, उसे हम लोन बोलते है।

यहां पर इंटरेस्ट या ब्याज Loan लेने पर लगने वालशुल्क (Fees) को कहते है। Loan देने वाले आपको Loan की सुविधा प्रदान करके जोखिम उठाते हैं और इस डर से कि आप अभी उसे चुकाने की Situation में नहीं हैं, इसीलिए उन्हें ब्याज (Interest) के रूप में एक Amount Charge करके उस नुकसान की रक्षा करनी पड़ती है।

ज्यादातर Loans को सुरक्षित (Secured) या असुरक्षित (Unsecured) के रूप में Categorized किया जाता है –

Secured Loan – सुरक्षित Loan के लिए Loan Collateral के रूप में एक कार या घर जैसी संपत्ति का वादा करने की आवश्यकता होती है यदि Borrower चूक करता है, या Loan नहीं चुकाता है। तो इस मामले में, Lender को संपत्ति का कब्जा मिल जाता है। और

Unsecured Loan – वही असुरक्षित Loan भी लिए जाते हैं, जिसमें की यदि उधारकर्ता (Borrower) एक असुरक्षित Loan का भुगतान (Repay) करने में Fail हो जाता है, तो ऋणदाता (Lender) बदले में कुछ भी नहीं ले सकता है।

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Mortgage किसे कहते हैं (What Is Mortgage in Hindi, Mortgage kya hota hai?)

Mortgage आपके और एक Loan देने वाले के बीच समझौता होता है जिसमें की Loan देने वाले को आपकी संपत्ति लेने का पूरा अधिकार होता है तब जब आप उससे उधार ली गई राशि और ब्याज (Interest) को चुकाने में विफल (Fail) हो जाते हैं तो।

उधारकर्ता (Borrower) समय के साथ Loan देने वाले को भुगतान करने के लिए सहमत होता है, जो कि आमतौर पर नियमित भुगतानों (Regular RePayments) की एक श्रृंखला (Series) में जो मूलधन (Main Amount) और ब्याज (Interest) में बंटे हुए होते हैं। जो की Property Loan को सुरक्षित करने के लिए Collateral के रूप में काम करती है। 

एक उधारकर्ता (Borrower) को अपने पसंदीदा ऋणदाता (Lender) के माध्यम से एक Mortgage के लिए आवेदन करना चाहिए और यह Confirm करना चाहिए कि वे Minimum Credit Score और Down Payment सहित कई ज़रूरतों को पूरा करते हैं। Mortgage Applications को Last Stage में पहुंचने से पहले एक कठोर Underwriting Process से गुजरना पड़ता है। Mortgage के प्रकार उधारकर्ता (Borrower) की जरूरतों के आधार पर अलग होते हैं, जैसे कि Traditional और Fixed Rate वाले Loan! आप पढ़ रहे है – 6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi

Loan और Mortgage के बीच मुख्य अंतर क्या हैं? (Key Differences Between Loan And Mortgage In Hindi

1) एक Loan ऋणदाता (Lender) और उधारकर्ता (Borrower) के बीच एक रिश्ते की तरह है। Lender को लेनदार के रूप में भी जाना जाता है, और Borrower को ऋणी कहा जाता है। कर्जदार को जो पैसा दिया गया है उसे कर्ज (Debt) कहा जाता है और कर्ज लेने वाला बैंक का कर्जदार हो जाता है।

दूसरी ओर, एक Mortgage बड़े पैमाने पर Property Loan से संबंधित है जहां Property को Collateral के रूप में रखा जा रहा है, और Property का मालिक घर बनाने के लिए धन जुटाता है, या संपत्ति को Mortgage Loan के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे Secured Loan हैं जो की कुछ Collateral द्वारा Supported है।

2) Mortgage Loan की अगर बात करें तो इसके अंदर, Loan Safe होता है, और दूसरे Loans की तुलना में Mortgage Loan के डूबने की संभावना Comparatively कम होती है क्योंकि Loans से Price Ratio जो कि Mortgage Loan के अंदर एक बेहद ज़रूरी Criteria है, Loan का Price Ratio जितना ज़्यादा होगा, Loan देने वाले का जोखिम उतना ही अधिक होगा।

Mortgage Loan का आम तौर पर दो गुना संपत्ति मूल्य होता है जिसे Industry Benchmark के रूप में Set किया जाता है। Mortgage Loans में आम तौर पर एक Fixed Repayment Schedule होता है और दूसरे Loans और Advances की तुलना में  Mortgage Loans का कम जोखिम होता है

3) Loan और Mortgage के बीच मुख्य अंतर यह है कि एक Mortgage हमेशा सुरक्षित होता है, और इसका Payment Compulsory होता है। इसके विपरीत, दूसरी ओर, Loan अपने Nature में Flexible होते हैं और अक्सर Naturally Unsecured होते हैं। आप पढ़ रहे है – 6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi

4) Mortgage Loans आम तौर पर Long Term के लिए Market के अंदर उपलब्ध होते हैं जो आमतौर पर एक दशक से अधिक होता है या 15 साल तक भी बढ़ सकता है। साथ ही, क्योंकी इस तरह का Loan पूरी तरह से संपत्ति द्वारा सुरक्षित होते हैं, Personal Loan या Unsecured Loan की तुलना में इन पर आम तौर पर कम Interest Rate होती है।

दूसरी ओर, General Loans की Duration कम होती है और Nature में भी ये Flexible हो सकता है, कुछ मामलों में अगर कोई इंसान किसी रिश्तेदार या दोस्त से Unsecured Loan या कोई Loan लेता है तो उस Situation में Main Amount को चुकाने की ज़रूरत होती है जबकि ऐसे मामलों में Interest को छोड़ दिया जाता है। Loans का Nature और Duration अलग-अलग मामलों के आधार पर निर्भर करती है, जो Loan के Last Objective पर भी निर्भर करती है या जहां Funds का Use किया जाएगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस Article – 6 Difference Between Loan and Mortgage Hindi में हम अभी ने Loan और Mortgage में क्या अंतर होता है? के बारे में समझा और साथ ही ये भी जाना की उधारी उसे कहते हैं जो Banking Industry को चला रहा है, और इस तरह Bank Assets के निर्माण में Economy और सरकार की मदद करते हैं

और Economy में पैसे की Supply में वृद्धि से Customers की Purchasing Power बढ़ जाती है। हालांकि, Banks और Financial Institutions से Loan लेने वाले व्यक्तियों को उसी के Repayment में सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यह Borrower के Credit Score को प्रभावित करता है।

इन सब बातों के साथ आज का ये Article यही पर खत्म होता है अब आप मुझसे अपने सभी सवाल या जो भी आप मुझे राय देना चाहते हैं उसे Comment करके ज़रूर से दे सकते हैं।

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