शैम्पेन और स्पार्कलिंग वाइन में 7 अंतर | 7 Difference Between Champagne and Sparkling Wine in 2023 (With Table)

शैम्पेन और स्पार्कलिंग वाइन में 7 अंतर, 7 Difference Between Champagne and Sparkling Wine – आज बड़े शहरो में वेस्टर्न कल्चर की तर्ज़ पर जब कोई function या शादी होती है तो शैम्पेन या वाइन पिलाने का दौर सा चल पड़ा है। अधिकांश लोग काफी समय से शैम्पेन और वाइन पी तो रहे है, लेकिन अगर उनसे दोनों के बीच के अंतर के बारे में पूछा जाए तो शायद ही कोई होगा जो इसका सटीक उत्तर दे पायें।

तो चलिए आज के आर्टिकल में हम इन्ही दोनों को समझेंगे साथ ही दोनों के बीच के मूलभूत अंतर को भी समझेंगे, तो बने रहिये हमारे साथ आर्टिकल के अंत तक –

शैम्पेन और स्पार्कलिंग वाइन में अंतर (Difference Between Champagne and Sparkling Wine)

शैम्पेन (Champagne)

स्पार्कलिंग वाइन (Sparkling Wine)

शैम्पेन केवल फ्रांस के शैम्पेन क्षेत्र में बनाया जाता है।

वाइन का उत्पादन दुनिया भर में होता है, लेकिन मुख्य रूप से इटली, फ्रांस, स्पेन और अमेरिका में।

शैम्पेन आमतौर पर तीन अलग-अलग अंगूरों से बनाई जाती है - शारदोन्नय, पिनोट नोइर और पिनोट मेयुनियर।

वाइन अंगूर से बनाई जाती है, लेकिन प्लम, एल्डरबेरी और चेरी जैसे अन्य फलों का उपयोग करके भी इसे बनाया जा सकता है।

शैम्पेन का उत्पादन मेथोड चैंपेनोइस का उपयोग करके किया जाता है, जिसे मेथोड ट्रेडिशनेल (पारंपरिक विधि) के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें दो-चरणीय किण्वन शामिल होता है।

वाइन किण्वित अंगूर या फलों के रस से बनाई जाती है। वाइनमेकिंग के दौरान, ओक बैरल में उम्र बढ़ने के बाद रस आमतौर पर एक ही किण्वन से गुजरता है।

शैम्पेन बनाने में औसत 18 से 30 महीने लगते हैं।

वाइन बनाने में लगभग 2-4 महीने लग सकते हैं।

शैम्पेन में कार्बन डाय ऑक्साइड के करना जो बुलबुले होते है वो छोटे होते है।

वाइन में बड़े बुलबुले उठते है।

शैम्पेन की बोतल में अल्कोहल की मात्रा आमतौर पर 11-13% ABV होती है।

वाइन में अल्कोहल की मात्रा आमतौर पर 5-23% होती है।

शैम्पेन आमतौर पर वाइट वाइन की एक विशिष्ट बोतल की तुलना में अधिक महंगी होती है, क्योंकि औसत गुणवत्ता वाली शैंपेन की कीमत लगभग $ 50 होती है।

वाइन की कीमत आमतौर शैम्पेन से कम होती है।

शैम्पेन क्या है? (What is Champagne)

शैम्पेन फ्रांस के शैम्पेन क्षेत्र में उत्पादित एक प्रकार की स्पार्कलिंग वाइन है। इसे कुछ विशेष प्रकार के अंगूरों का उपयोग करके बनाया जाता है: Pinot Noir, Pinot Meunier, और Chardonnay।

यह हल्के गोल्डन या गुलाबी रंग का होती है और इसमें अल्कोहल का स्तर, मध्यम स्तर का होता है! शैम्पेन में साइट्रस, सेब और बादाम जैसे स्वाद के साथ मिठास के विभिन्न स्तर होते हैं। चूंकि अधिकांश शैम्पेन सफेद वाइन हैं, उनमें टैनिन की मात्रा कम होती है।

शैम्पेन टिरेज नामक विधि का उपयोग करके बनाया जाता है। जब यह बोतल में होती है तो इसमें बेस वाइन में चीनी और खमीर (तिराज) के मिक्सचर को डालना शामिल होता है। इसलिए, यह एक माध्यमिक किण्वन (फर्मेंटेशन) प्रक्रिया से गुजरता है जो कार्बन डाइऑक्साइड का उत्पादन करता है, जो शैम्पेन और मृत खमीर को बुलबुले देता है!

शैम्पेन ऑफिसियल वेबसाइट – शैम्पेन

साथ ही यही कारण है तो शैम्पेन को अपना अनूठा स्वाद देता है। द्वितीयक किण्वन (सेकेंडरी फर्मेंटेशन) में जोड़ी गई चीनी की मात्रा के आधार पर शैम्पेन की मिठास बदल जाती है।

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स्पार्कलिंग वाइन क्या है? (What is Sparkling Wine)

स्पार्कलिंग वाइन एक कार्बोनेटेड वाइन है जिसे किसी भी प्रकार के सफेद या लाल अंगूर का उपयोग करके बनायीं जा सकती है। इसमें मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड इसे फ्रिजी या बबली बनाता है। इसे दुनिया में कहीं भी बनाया जा सकता है।

वास्तव में, स्पार्कलिंग वाइन बनाने की कुछ विधियाँ हैं, जैसे कार्बोनेशन विधि, टैंक विधि, या पारंपरिक विधि, जिसे शैम्पेन विधि भी कहा जाता है।

सामान्यता: सबसे ज्यादा मिलने वाली वाइन सफेद स्पार्कलिंग वाइन होती है, लेकिन आपको बता दे की लाल स्पार्कलिंग वाइन भी होती हैं। इनका स्वाद शुष्क (ड्राई) से लेकर मीठा होता है और इस्तेमाल किए गए अंगूरों के प्रकार, या वे जिस जलवायु में उगाए जाते हैं, और शराब बनाने की प्रक्रिया के अनुसार अलग-अलग होते हैं।

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स्पार्कलिंग वाइन बनाते समय, शराब और CO2 बनाने के लिए चीनी और खमीर को मिलाया जाता है। शराब के लिए किण्वन (फर्मेंटेशन) प्रक्रिया को एक सीलबंद या संलग्न वातावरण की आवश्यकता होती है ताकि शराब से कोई गैस न निकल सके। इस वजह से, कार्बन डाइऑक्साइड शराब में वापस आ जाती है, और जब बोतल खोली जाती है, तो यह बुलबुले के रूप में एकदम से बाहर आती है।

स्पेन में कावा सहित कई प्रकार की स्पार्कलिंग वाइन हैं, जिनमें ताज़ा, क्रीमी स्वाद होता है। प्रोसेको, जो इटली के वेनेटो क्षेत्र से है इसमें बड़े बुलबुले होते हैं; Sekt, जो ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से है; और Cremant, जो स्वाद में सॉफ्ट और क्रीमीयर होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस आर्टिकल में हमने शैम्पेन और स्पार्कलिंग वाइन में अंतर (7 Difference Between Champagne and Sparkling Wine) को समझा, साथ ही ये भी समझा की ये कैसे बनाये जाते है।

अगर इसके बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो मेरे कमेंट बॉक्स में आकर पूछे मैं आपके सवालों का जवाब अवश्य दूंगा तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में! ऐसे और भी रोचक अन्तरो को जानने के लिए बने रहिये हमारे साथ antarjano.com पर।

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