नीट यूजी और नीट पीजी में अंतर (2023 with table) | 15 Difference Between NEET UG and NEET PG Exams in Hindi

नीट यूजी और नीट पीजी में अंतर, 15 Difference Between NEET UG and NEET PG Hindi or NEET UG vs NEET PG – NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) भारत में अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित एक राष्ट्रव्यापी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। जबकि NEET-UG एमबीबीएस और बीडीएस जैसे अंडरग्रेजुएट चिकित्सा पाठ्यक्रमों (मेडिकल कोर्सेज) में प्रवेश के लिए है,

NEET-PG एमडी, एमएस और पीजी डिप्लोमा जैसे पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज के लिए है। यद्यपि दोनों परीक्षाएं चिकित्सा क्षेत्र में उम्मीदवारों के ज्ञान और कौशल का आकलन करती हैं, पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न और कठिनाई के स्तर के मामले में दोनों के बीच महत्वपूर्ण अंतर हैं। इस लेख में, हम नीट-यूजी और नीट-पीजी के बीच महत्वपूर्ण अंतरों का पता लगाएंगे ताकि छात्रों और उम्मीदवारों को चिकित्सा क्षेत्र में अपने करियर के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिल सके।

नीट यूजी परीक्षा के बारे में (About NEET UG Exam in Hindi)

What is NEET UG Exam in Hindi – एनईईटी-यूजी (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट) एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीएचएमएस और अन्य अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए (National Testing Agency, NTA) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिससे भारत भर में विभिन्न मेडिकल और डेंटल सरकारी या निजी कॉलेज में एडमिशन होते है।

NEET-UG परीक्षा पेन-एंड-पेपर मोड (ऑफ़लाइन) में आयोजित की जाती है और इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और जूलॉजी) विषयों से बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) शामिल होते हैं।

परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है, आमतौर पर मई में, और एनईईटी-यूजी में प्राप्त अंकों का उपयोग भारत में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए किया जाता है। NEET-UG ने भारत में विभिन्न राज्य-स्तरीय और राष्ट्रीय-स्तर की मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की जगह ले ली है, जिससे यह देश में मेडिकल उम्मीदवारों के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षा बन गई है।

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नीट पीजी परीक्षा के बारे में (About NEET PG Exam in Hindi)

What is NEET PG Exam in Hindi  – NEET PG (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट-पोस्ट ग्रेजुएट) एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जो नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (National Board of Examination, NBE) द्वारा पूरे भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स जैसे MD/MS/डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।

एनईईटी-पीजी कंप्यूटर आधारित मोड (ऑनलाइन) में आयोजित किया जाता है और इसमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन, सोशल एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन, मेडिसिन, सर्जरी, बाल रोग, प्रसूति और स्त्री रोग, जैसे विभिन्न अन्य विषयों से बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) शामिल होते हैं। ।

एनईईटी-पीजी वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है, आमतौर पर दिसंबर/जनवरी और जून/जुलाई में, और एनईईटी-पीजी में प्राप्त अंकों का उपयोग भारत में अंडर ग्रेजुएटोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है।

NEET-PG ने भारत में विभिन्न राज्य-स्तरीय और राष्ट्रीय-स्तर की मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं को बदल दिया है, जिससे यह देश में अंडर ग्रेजुएटोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे मेडिकल अंडर ग्रेजुएटों के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षा बन गई है।

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नीट यूजी और नीट पीजी में अंतर (15 Difference Between NEET UG and NEET PG Exams)

तुलना का आधार
Basis of Comparison

नीट यूजी
NEET UG

नीट पीजी
NEET PG

शिक्षा का स्तर
(Level of Education)

नीट यूजी एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य अंडर ग्रेजुएट चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक अंडर ग्रेजुएट स्तर की परीक्षा है,

जबकि एनईईटी पीजी एमडी, एमएस और अन्य पोस्ट ग्रेजुएटोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पोस्ट ग्रेजुएटोत्तर स्तर की परीक्षा है।

पात्रता
(Eligibility)

नीट यूजी के लिए, उम्मीदवारों को मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 10+2 या समकक्ष पूरा किया होना चाहिए।

 एनईईटी पीजी के लिए, उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से एमबीबीएस की डिग्री पूरी की हो और अपनी इंटर्नशिप पूरी की हो।

परीक्षा पैटर्न
(Exam Pattern)

NEET UG एक पेन-एंड-पेपर-आधारित परीक्षा है जिसमें 180 ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न होते हैं जिनका उत्तर 3 घंटे में देना होता है।

नीट पीजी एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जिसमें 300 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं जिनका उत्तर 3.5 घंटे में देना होता है।

पाठ्यक्रम
(Syllabus)

एनईईटी-यूजी और एनईईटी-पीजी के लिए पाठ्यक्रम भी अलग है। NEET-UG पाठ्यक्रम में कक्षा 11 और कक्षा 12 के स्तर के भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विषय शामिल हैं।

एनईईटी-पीजी पाठ्यक्रम में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन और सोशल एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के विषय शामिल हैं।

प्रतियोगिता स्तर (Competition Level)

एनईईटी यूजी के लिए प्रतियोगिता का स्तर बहुत अधिक है क्योंकि हर साल बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा में शामिल होते हैं। नीट पीजी के लिए प्रतिस्पर्धा का स्तर भी ऊंचा है

लेकिन नीट यूजी में प्रतियोगिता का स्तर तुलनात्मक रूप से कम है।

स्कोर की वैधता
(Score Validity)

नीट यूजी स्कोर केवल वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए वैध है

जबकि नीट पीजी स्कोर एक वर्ष के लिए वैध है।

आयु सीमा
(Age Limit)

एनईईटी-यूजी के लिए, प्रवेश के समय उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए या एमबीबीएस/बीडीएस के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में प्रवेश के वर्ष के 31 दिसंबर को या उससे पहले आयु पूरी करनी होगी।

हालांकि, नीट-यूजी के लिए अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं है। एनईईटी-पीजी के लिए, प्रवेश के समय उम्मीदवार की आयु कम से कम 20 वर्ष होनी चाहिए या पीजी मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश के वर्ष के 31 दिसंबर को या उससे पहले आयु पूरी करनी होगी। NEET-PG के लिए अधिकतम आयु सीमा सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 35 वर्ष और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 40 वर्ष है।

प्रयासों की संख्या
(Number of Attempts)

एनईईटी-यूजी के लिए एक उम्मीदवार द्वारा किए जा सकने वाले प्रयासों की संख्या की कोई सीमा नहीं है।

हालांकि, एनईईटी-पीजी के लिए, प्रयासों की संख्या सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए तीन बार और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए पांच बार तक सीमित है।

प्रश्नों की प्रकृति
(Nature of Questions)

नीट यूजी में पूछे गए प्रश्न 10+2 स्तर के पाठ्यक्रम पर आधारित होते हैं और नीट पीजी की तुलना में अपेक्षाकृत सरल होते हैं

नीट यूजी में पूछे गए प्रश्न एमबीबीएस पाठ्यक्रम पर आधारित होते हैं और नीट यूजी की तुलना में अपेक्षाकृत कठिन होते हैं

परीक्षा आवृत्ति
(Exam Frequency)

एनईईटी-यूजी वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है

बकि एनईईटी-पीजी वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। पहली एनईईटी-पीजी परीक्षा आमतौर पर दिसंबर/जनवरी में आयोजित की जाती है, जबकि दूसरी एनईईटी-पीजी परीक्षा जून/जुलाई में आयोजित की जाती है।

 सीटों की संख्या
(Number of Seats)

एनईईटी यूजी के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या आम तौर पर एनईईटी पीजी की तुलना में अधिक है क्योंकि अंडर ग्रेजुएटोत्तर पाठ्यक्रमों की तुलना में अधिक अंडर ग्रेजुएट चिकित्सा पाठ्यक्रम और कॉलेज हैं।

एनईईटी पीजी के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या आम तौर पर एनईईटी यूजी की तुलना में कम होती हैं।

कोर्स की अवधि
(Duration of Course)

अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स की अवधि आमतौर पर 4.5 से 5.5 साल होती है, जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है

जबकि पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स को पूरा करने में आमतौर पर 2 से 3 साल लगते हैं।

कटऑफ स्कोर
(Cutoff Score)

एनईईटी-यूजी के लिए कटऑफ स्कोर हर साल बदलता रहता है और विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है जैसे परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या, पेपर का कठिनाई स्तर और सीटों की उपलब्धता।

यूजी की तरह ही एनईईटी-पीजी के लिए कटऑफ स्कोर भी हर साल बदलता रहता है और उपलब्ध सीटों की संख्या, पेपर के कठिनाई स्तर और परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या जैसे कारकों पर निर्भर करता है।

प्रवेश प्रक्रिया
(Admission Process)

NEET UG के लिए, उम्मीदवारों को उनके NEET UG स्कोर और रैंक के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है

जबकि NEET PG के लिए, उम्मीदवारों को उनके NEET PG स्कोर और रैंक के आधार पर अंडर ग्रेजुएटोत्तर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है।

कैरियर विकल्प
(Career Options)

नीट यूजी क्वालीफाई करने वाले छात्र एक सामान्य चिकित्सक, सर्जन, दंत चिकित्सक या अन्य चिकित्सा पेशेवरों के रूप में अपना करियर बना सकते हैं

जबकि एनईईटी पीजी क्वालिफाई करने वाले छात्र रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, आर्थोपेडिक्स, डर्मेटोलॉजी और अन्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

अंत में, एनईईटी यूजी और एनईईटी पीजी दो अलग-अलग परीक्षाएं हैं जो भारत में चिकित्सा पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के इच्छुक छात्रों के ज्ञान और योग्यता का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। एनईईटी यूजी अंडर ग्रेजुएट चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित किया जाता है, जबकि एनईईटी पीजी अंडर ग्रेजुएटोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए है।

परीक्षा पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम के संदर्भ में भिन्न होती है। नीट यूजी कक्षा 11 और 12 से संबंधित विषयों पर केंद्रित है, जबकि नीट पीजी नैदानिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर अधिक केंद्रित है। छात्रों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने शैक्षणिक और व्यावसायिक लक्ष्यों के लिए सही परीक्षा का चयन करने के लिए दोनों परीक्षाओं के बीच के अंतर को समझें। अंततः, नीट यूजी और नीट पीजी दोनों चिकित्सा क्षेत्र में प्रवेश करने और अपने सपनों को पूरा करने के इच्छुक चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में काम करते हैं।

हमे उम्मीद है इस पोस्ट से आप को एनईईटी यूजी और एनईईटी पीजी के बीच अंतर (Difference Between NEET UG and NEET PG Exams in Hindi) के बारे में पता चला होगा! अगर इसके बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो मेरे कमेंट बॉक्स में आकर पूछे। हम आपके सवालों का जवाब अवश्य देंगे।

तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में!

ऐसे और भी रोचक अन्तरो को जानने के लिए बने रहिये हमारे साथ antarjano.com पर।

2 thoughts on “नीट यूजी और नीट पीजी में अंतर (2023 with table) | 15 Difference Between NEET UG and NEET PG Exams in Hindi”

  1. Thankyou so much sir 🙏

    हमे इस पोस्ट से बहुत कुछ सीखने को मिला इतना बेहतर तरीके से समझा के लिखे है के एक बार में ही सभी डाउट किलियर हो गया ।

    दरअसल मैं कोई NEET की तैयारी नही करता नाही करना है। बस इसके बारे में जानने की इच्छुक था।

    Note – जब आप दोनो में डिफ्रेट लिखे है वहा एक गलाती हो गई है
    हिंदी में तो सही है लेकिन इग्लिश वाला गलत है।
    (neet -ug and neet -pg दोनो जगह सेम लिखा है।)
    neet-ug = neet-ug

    धनेवा🙏

    💐रिप्लाई प्लीज💐

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    • जीतेन्द्रजी आपका बहुत बहुत धन्यवाद की आपने हमको अपनी गलती सुधारने का मौका दिया, आप पाठको की वज़ह से ही हम अपने आपको सुधारते रहेंगे, जिससे हम सटीक और सही जानकारी अपने पाठकों को दे सके!

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