ग्रोथ और डेवलपमेंट में अंतर (2023 with table) | 10 Difference Between Growth and Development in Hindi

ग्रोथ और डेवलपमेंट में अंतर, 10 Difference Between Growth and Development in Hindi- दोस्तों आज हम लेकर आए है, दो ऐसे शब्दों को जिनके बारे में कई बार लोगो को थोड़ा कंफ्यूजन होता है, और वो शब्द है Growth and development। आज हम आपको  पहले तो इनके बारे में बताएँगे साथ ही इन दोनों शब्दों के बीच के अंतर के बारे में भी समझायेंगे। जिससे आप इन दोनों शब्दों के अर्थों को अच्छे से समझ पाएंगे। 

हम ग्रोथ और डेवलपमेंट के अंतर को जाने उससे पहले यह जान लेते है कि आखिर ग्रोथ और डेवलपमेंट होते क्या है, और इनका अर्थ निकलता है। तो आइए जानते है ग्रोथ और डेवलपमेंट के अर्थ और उनके बीच के अंतर को। 

तुलना सारणी (Growth vs Development in Hindi)

ग्रोथ (Growth)

डेवलपमेंट (Development)

ग्रोथ को किसी व्यक्ति के   वजन, आयु, आकार और आदतों के रूप में परिभाषित किया जाता है।

दूसरी ओर, डेवलपमेंट में किसी व्यक्ति की वृद्धि भौतिक, पर्यावरणीय और सामाजिक कारकों के संबंध में दिखाई देती है।

ग्रोथ एक प्रक्रिया है जो क्वांटिटेटिव इम्प्रूवमेंट (मात्रात्मक सुधार) पर केंद्रित है। उदाहरण के लिए, एक बच्चा दिखने में वजन और ऊंचाई में बढ़ता है।

डेवलपमेंट (क्वालिटेटिव एवं क्वांटिटेटिव) गुणात्मक और मात्रात्मक इम्प्रूवमेंट दोनों पर केंद्रित है। उदाहरण के लिए, बढ़ती उम्र के साथ बच्चे का आईक्यू बढ़ता है।

ग्रोथ एक निश्चित स्तर तक पहुँच कर सीमित हो जाती है, उदाहरण के लिए व्यक्ति की ऊंचाई एक निश्चित आयु तक ही बढ़ती है।

दूसरी ओर, एक व्यक्ति अपनी आदतों, परिपक्वता स्तर, आईक्यू आदि के मामले में हर दिन विकसित हो रहा है।

ग्रोथ सेलुलर परिवर्तनों पर निर्भर करता है, अर्थात, एक बच्चा समय के साथ एक वयस्क में बदल जाता है। बचपन से लेकर वयस्क होने तक बच्चे में कई बदलाव आते हैं।

डेवलपमेंट मूल रूप से संगठनात्मक विकास पर निर्भर करता है, अर्थात, वह वातावरण जिसमें बच्चा रहता है या अध्ययन करता है, उसका उस पर अत्यधिक प्रभावित होता है।  उस वातावरण में बच्चे का कौशल-सेट बदल जाता है। उदाहरण के लिए, वातावरण के हिसाब से  बच्चा पढ़ने की आदत विकसित करता है या वो मोबाइल गेम में रुचि प्राप्त करता है।

ग्रोथ को शारीरिक विकास के रूप में माना जा सकता है जिसे एक चरण से दूसरे चरण में देखा जाता है।

दूसरी ओर, डेवलपमेंट को स्किल सेट , व्यवहार, आदतों आदि में क्रमिक परिवर्तन के रूप में माना जाता है।

ग्रोथ एक बाहरी प्रक्रिया है।

डेवलपमेंट एक आंतरिक प्रक्रिया है।

ग्रोथ व्यक्ति के शारीरिक परिवर्तनों को बदल देता है।

दूसरी ओर, डेवलपमेंट व्यक्ति के चरित्र को बदल देता है।

ग्रोथ सीमित होती है, अर्थात यह एक निश्चित समय तक होती है।

डेवलपमेंट जीवन भर होता है, अर्थात यह समय या उम्र पर निर्भर नहीं करता है।

ग्रोथ केवल एक पहलू पर केंद्रित होता है, यानी बच्चे के आकार में वृद्धि।

डेवलपमेंट विभिन्न पहलुओं जैसे पारस्परिक कौशल, बुद्धि, आदि पर केंद्रित है।

ग्रोथ विकास से प्रभावित होता है।

डेवलपमेंट स्वतंत्र है यह ग्रोथ पर निर्भर नहीं है

ग्रोथ क्या है? (What is Growth)

Growth Kya hoti hai – किसी व्यक्ति की ऊंचाई, वजन, उम्र आदि बढ़ने को ग्रोथ से परिभाषित किया जा सकता है। जैसे कोई बच्चा उम्र में वृद्धि करता है उम्र के साथ उसमें शारीरिक बदलाव आते है,  जैसे की उसकी ऊंचाई बढ़ना, वजन बढ़ना, उसकी उम्र बढ़ना आदि ये सभी ग्रोथ में सम्मिलित होते है।

ग्रोथ वह है जिसे आका या मापा जा सकता है। वैसे देखा जाए तो ग्रोथ हमारे जन्म से पहले ही शुरू हो जाती है। उदाहरण के लिए जैसे कोई बच्चा माँ के पेट मे पल रहा होता है तब 9 महीने तक उसके हाथ, पैर, नाक कान आदि की ग्रोथ होती रहती है। जैसे ही वह जन्म लेता है, तो इसके बाद भी उसमे किसी एक निश्चित उम्र तक ग्रोथ होती रहती है। जिसमे उसकी उम्र, वजन, कद, दांत आदि यह कुछ ऐसी शारीरिक वृद्धि होती है जो किसी एक निश्चित समय के बाद रुक जाती है। उदाहरणस्वरूप इंसान का कद (हाइट) 20 की उम्र के बाद नहीं बढ़ती है।

ठीक ऐसे ही पेड़ों के मामले में ग्रोथ अनिश्चित होती है, हमे यह नहीं पता होता है कि पेड़ आखिर कितना बड़ा होने वाला है।  

डेवलपमेंट क्या है? (What is an Development)

Development kya hota hai – ऊपर आपने ग्रोथ के बारे में जाना अब जानते है की आखिर डेवलपमेंट क्या होता है। जब भी व्यक्ति भौतिक, सामाजिक और पारिवारिक जैसे कारकों के संबध में विकसित होता है तो इसे डेवलपमेंट से परिभाषित किया जाता है।  यह प्रक्रिया ग्रोथ की तरह निश्चित नही है। यह उम्र भर चलता रहता है। जिसमे डेवलपमेंट व्यक्ति की बोलचाल, गुणों, और सुधार को दर्शाता है। डेवलपमेंट में व्यक्ति के व्यवहार में और उसके बर्ताव में होने वाले बदलावों के बारे में पता चलता है। डेवलपमेंट में किसी व्यक्ति की सिर्फ शारीरिक वृद्धि ही शामिल नहीं है बल्कि इसमें सोचने समझने की शक्ति भी शामिल है। 

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ग्रोथ और डेवलपमेंट में अंतर (Key Difference between Growth and Development) 

  • ग्रोथ किसी निश्चित अवधि के बाद कार्य करना बंद कर देती है। लेकिन डेवलपमेंट के लिए किसी अवधि की जरूरत नहीं है। 
  • ग्रोथ को हम संकुचित मान सकते है, लेकिन डेवलपमेंट व्यापक रूप में है। 
  • ग्रोथ की प्रकिया आंतरिक और बाह्य दोनों रूपों में होती है, जबकि डेवलपमेंट की प्रक्रिया सिर्फ आंतरिक रूप में ही हो सकती है। 
  • ग्रोथ की प्रकिया आजीवन नहीं चलती है, जबकि डेवलपमेंट की प्रक्रिया आजीवन तक चल सकती है। 
  • ग्रोथ व्यक्ति के शारीरिक परिवर्तनों को बदल देता है जबकि डेवलपमेंट किसी व्यक्ति के चरित्र को बदलता है।
  • ग्रोथ को संरचनात्मक कहा जाता है जबकि डेवलपमेंट को कार्यात्मक माना जाता है। 
  • ग्रोथ विकास से प्रभावित होती है, जबकि डेवलपमेंट किसी पर भी निर्भर नहीं है यह पूरी तरह स्वतंत्र है।
  • ग्रोथ द्वारा हुए परिवर्तनों को प्रत्यक्ष रूप से देखा भी जा सकता है और नापा भी जा सकता है, लेकिन डेवलपमेंट के द्वारा हुए परिवर्तनों को सीधे नापा नहीं जा सकता है। 
  • ग्रोथ एक ऐसी प्रक्रिया है जो मात्रात्मक सुधार पर केंद्रित रहती है, जबकि डेवलपमेंट गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों पर केंद्रित है। 

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निष्कर्ष (Conclusion Difference Between Growth and Development in Hindi)

तो यह था ग्रोथ और डेवलपमेंट के बीच का अंतर (Difference Between Growth and Development in Hindi) ! दोस्तो मुझे उम्मीद है आज का यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इसके साथ ही अगर आपको इसके अलावा भी कोई सवाल है तो हमें कॉमेंट में पूछ सकते है। ग्रोथ और डेवलपमेंट के बीच का यह अंतर आपको जानना बेहद जरूरी था। इसलिए हमारे द्वारा इस पोस्ट को लिखा गया। जिससे आप इन दोनों के बीच का अंतर समझ सके। 

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